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Corona के साथ Lifestyle |
जब Corona की शुरुवात हुई थी, तब लोगों के मन मे Corona के प्रति खौप था। किसी मोहल्ले में एक को भी COVID-19 अपना शिकार बना लेता था तब पूरा मोहल्ला दहसत में आ जाता था। इस महामारी के चलते लोगों का Lifestyle पूरी तरह बदल गया है।
लोग घरों में कैद हो गए। व्यवसाय बंद हो गया। बहुत से लोगों का रोजगार चला गया। रोज कमाने खाने वालों के सामने जीवन यापन कठिन होने लगा। शासकीय अशासकीय संस्थान बैंड हो गई।
ऐसा मंजर पूरी दुनिया मे था। Corona से लाखों की संख्या में लोग अपनी जान गवाँ दी। सभी जगह Lock down हो गया। ऐसा लगने लगा कि दुनिया रुक सी गई है।
फिर शुरू हुआ गरीबों का मदद करने का सिलसिला। शासन प्रशासन, सामाजिक संस्थाएं और सक्षम लोगों द्वारा गरीबों की मदद की गई। और करना भी चाहिए परंतु ...
ये सभी मदद कर्ता एक वर्ग को भूल गए, ओ है मध्यम वर्ग। किया इनको सहायता की जरूरत नही है? लगभग 95% मध्यम वर्गीय परिवारों के पास बचत नही होती है। महीने की आखरी तारीख को ये Salary का इंतजार करते है।
क्या इस वर्ग के लोगों के Lifestyle को Corona ने प्रभावित नही किया है? चाहे मदद हो या शासकीय योजना का लाभ हो, मध्यम वर्ग ही क्यों छूट जाते है? आप भी विचार करें...
Covid-19 के lock down से शासकीय कर्मचारियों को आर्थिक परेशानी नही हुई। क्योंकि शासन ने उनको Salary देना बंद नही किया। बड़े व्यवसायियों के पास जमा पूंजी होती है। गरीबो को सभी ने मदद की।
बचे वो लोग जो प्राइवेट कंपनी में सामान्य सैलरी में काम करने वाले। छोटे छोटे व्यवसाय करने वाले। इन लोगों पर किसी ने ध्यान नही दिया। इनकी परेशानी, मजबूरी किसी को दिखाई नही दी।
कुछ कंपनी से कर्मचारियों को निकाल दिया गया। के जगहों पर Lock down के दौरान का सैलरी नही दिया गया। इनके सामने परिवार का भरण पोषण करने की समस्या आ गई। दुःख की बात है कि किसी का ध्यान इस वर्ग में नही गया।
वर्तमान में सभी लोग Corona के साथ जीने के लिए मजबूर है। आज भी COVID-19 को हराने के लिए यातायात की सुविधा को बंद रखा गया है। यातायात सुविधा बंद होने से सभी के Life Style में बहुत बदलाव आ गए है।
एक स्थान से दूसरे स्थान जाने के लिए निजी वाहन एवं किराये का वाहन का उपयोग करना पड़ रहा है वो भी अधिक दाम में। महामारी के चलते अचानक महँगाई बढ़ गई।
Corona का Life में Effect ऐसा हुआ कि बेरोजगारी की बाढ़ आ गई। जिनके पास रोजगार था वो भी बेरोजगार हो गए। बड़ी-बड़ी डिग्री और अनुभव होने के बावजूद जीवन यापन के लिए कोई सब्जी बेच रहा है। कोई चाय बेच रहा है। वो हर काम कर रहे है जिससे कुछ रुपये मिल सके। न जाने कब Lifestyle पटरी पर चलेगी।
हर राजनीतिक पार्टियों को आपस में मिलकर इस महामारी से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए। किन्तु ऐसा नही होता है ! बस जुबानी जंग और आरोप प्रत्यारोप करते रहते है। इन्हें आमलोगों से कोई सरोकार नही।
केवल सत्ता में बने रहने के लिए उठा पटक करते रहते है। जब चुनाव का समय आएगा फिर हाथ जोड़ कर खड़े हो जाएंगे। इसके बाद अगले चुनाव तक फिर भूल जाएंगे। यही सही समय है हर राजनैतिक नेता की सच्चाई जानने का और अगली चुनाव में जवाब देने का।
समस्या अलग-अलग रूप में जीवन भर लगी रहती है। आज Trend करती हुई समस्या है Corona जो बहुत बड़ा शत्रु के रूप में हमारे सामने खड़ा है। इसे एकजुट होकर ही हरा सकतें है।
Corona नाम के शत्रु को हराने के लिए शासन प्रशासन , सारी प्रजा और राजनीतिक दल, सभी संगठन को मतभेद भुलाकर एक जुटाता के साथ दृढ़संकल्पित होकर लड़ना होगा। तभी corona को हर सकेंगे और हमारी Lifestyle पटरी पर चल सकेगी।
ये मेरा व्यक्तिगत विचार है यदि इससे किसी को भी परेशानी होती है या ठेस पहुँचती है तो मैं उनसे क्षमा याचना करता हु। मेरा उद्देश्य किसी को ठेस पहुचना नही है।
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